
H146 Upanishadon Ki Manoharita Va Shakti (उपनिषदों की मनोहारिता व शक्ति)
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 Swami Ranganathananda  Pages 
 55  Translator 
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यह पुस्तक ‘The Charm and Power of the Upanishads’, का हिन्दी अनुवाद है। रामकृष्ण संघ के महाध्यक्ष श्रीमत् स्वामी रंगनाथानन्दजी महाराज द्वारा प्रदत्त एक व्याख्यान का यह अनुवाद है। वेदान्त दर्शन के महान सत्य उपनिषदों में पाये जाते है। इनका हमारे निजी जीवन में क्या महत्त्व है तथा इन सत्यों का दैनंदिन जीवन में प्रयोग करने से मनुष्य जीवन में तथा साथ ही साथ पूरे समाज में तथा देश में कैसा अद्भुत परिवर्तन आ जाता है इसको बड़े रोचक ढ़ंग से इस पुस्तिका में स्पष्ट किया है। उपनिषत् हमारे समूचे जीवन के शाश्वत् सत्य का दर्शन कराते हैं। इसलिए इस शक्तिदायी साहित्य का हमें अध्ययन एवं चिन्तन करना चाहिए।


